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Ankit dwara access card ko lekar a Jana

मैं नाइट शिफ्ट में 17 lh में ड्यूटी कर रहा था। मैं सिरीसा का इंतजार कर रहा था।
किंतु श्रीसा नहीं आई वह 2lh में    
विनय के साथ बातचीत कर रही थी।

मैं गुस्से में रिसेप्शन से  बेसमेंट 3 चला गया।
फिर वहां अपने रिसेप्शन में आई मुझे  ढूंढने की कोशिश की किंतु मैं नहीं मिला और सिरिशा बहुत परेशान हुई उसने सोचा कि यहां अंकित कहां चले गया है।

मेरा भी जाने का टाइम हो गया था मैंने अपना गुस्सा शांत कर के वापस रिसेप्शन में आ गया।
उसने मुझसे अच्छे से बातें की और मुझसे कारण पूछा जाने का।
मैं भी उसकी अच्छी बात सुनकर मेरा मन वैसे ही खुश हो गया,  फिर हंसते हुए ने बात टालने की कोशिश की उसको बोला की कि मुझे अच्छा नहीं लगा तो मैं बस में पार्किंग एरिया में घूमने के लिए चला गया था।

थोड़ी देर हंसते गाते बात करते हुए मैं वहां से चले गया।
हॉस्टल पहुंचने के बाद मुझे पता चला कि मैंने जेब में तीनों एक्सेस कार्ड लेकर आ गया हूं।
मैंने इसकी इंफॉर्मेशन सिरीशा को भी दिया।

सिरीशा बोली कि कोई प्रॉब्लम की बात नहीं मैं सब संभाल लूंगी।

मैं को उसकी की बात पर भरोसा था पर 1 दिन बिना एक्सेस कार्ड के उसने  पूरा टॉवर कैसे संभाली में को आज तक समझ में नहीं आया।

दूसरे दिन मैंने आकर उसे एक्सेस कार्ड हैंड ओवर कर दिया और मैंने पूछा मैडम आपने कैसा हैंडोवर लिया था कि आप एक्सेस कार्ड लेना भूल गए।

उसने हंसकर बोला उसने देखा ही नहीं था। फिर उसने मुझे जाने को कह दिया।




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